रतन टाटा : आम आदमी के उद्योगपति का अंतिम प्रयाण ! - श्रवण गर्ग रतन टाटा ने सात अक्टूबर को एक अत्यंत आत्मीय ट्वीट अपने उन लाखों - करोड़ों शुभचिंतकों की चिंताओं को शांत करने के लिए किया था जो मुंबई के प्रसिद्ध ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में उनके भर्ती हो जाने से परेशान हो गए थे। रतन टाटा को जानकारी थी कि लोग उन्हें बेपनाह चाहते हैं ! रतन टाटा ने ट्वीट में कहा था कि उनके स्वास्थ्य को लेकर चल रही अफ़वाहें बेबुनियाद हैं। वे उम्र के साथ जुड़ी मेडिकल समस्याओं की जाँचें हॉस्पिटल में करवा रहे हैं। चिंता करने के कोई कारण नहीं हैं। वे पूरी तरह ठीक हैं। दो दिन बाद नौ अक्टूबर की रात रतन टाटा अपने करोड़ों चाहने वालों को अकेला छोड़कर चुपचाप चले गए। रतन टाटा के जाने से उत्पन्न हुई रिक्तता को महसूस करने के लिए दो बातों का होना ज़रूरी लगता है। पहली