क्या हम एक बीमार समाज में परिवर्तित हो रहे हैं ? - श्रवण गर्ग अचंभे की बात यह नहीं है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 अप्रैल को नई दिल्ली में आयोजित हुए एक प्रतिष्ठित मीडिया संस्थान के कार्यक्रम में किसी प्रोफेसर की बेटी द्वारा आत्महत्या किए जाने के संबंध में सुने गए चुटकुले को शेयर किया , प्रसंग का ज़्यादा तकलीफ़देह दृश्य यह था कि सभागृह में उपस्थित संभ्रांत श्रोताओं ने चुटकुले को अपने चेहरों पर खिलखिलाहट बिखेरते हुए तालियों की गूंज के साथ स्वीकार किया ! ( प्रधानमंत्री द्वारा सुनाए गए चुटकुले का भाव कुछ यूँ था : ‘ बचपन में हम एक चुटकुला सुनते थे। मैं आपको बताना चाहता हूँ ! एक प्रोफेसर थे। उनकी बेटी ने आत्महत्या कर ली । उसने एक चिट छोड़ी -:‘ मैं ज़िंदगी से थक चुकी हूँ और जीना नहीं चाहती इसलिए कांकरिया तालाब में कूदकर मर जाऊँगी। ’ सुबह
Posts
Showing posts from April, 2023